परिणाम को ध्यान में रखकर प्रयास किये तो उत्साह बना रहेगा।
उत्साह बना रहा तो प्रयास में भी सफलता का मज़ा है।
वास्तव में हम दूसरो से प्रेरणा लेकर अपना लक्ष्य बनाते है।
बल्कि ज़रूरी तो यह है कि मिलने वाली सफलता हमारे किस काम की है।
यदि परिणाम को ध्यान में रखकर मेहनत करे तो,
मिलने वाली सफलता का मज़ा ही कुछ और होगा ।