लक्ष्य प्राप्त करने हेतु-
दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं होता है किन्तु क्या सब कुछ हम ही कर लेंगे ?
किसी व्यक्ति ने अनेक छेत्रो में सफलता पाई हो ऐसा शायद ही सुना होगा।
वास्तव में हम किसी एक ही विषय/छेत्र को चुने तो
और अपने सफल होने की सम्भावना बढ़ा सकते है।
अपनी छमता को ध्यान में रखकर अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करे
और अपने फैसले पर पूरा भरोसा करे।
अपने लक्ष्य का कोई नाम,आकार ज़रूर तय करे।
स्वयं को सफलता दिलाने का संकल्प ले और प्रयास करे पूरे मन से।
यदि लक्ष्य के प्रति अपनी छमता पर शंका रखे तो हम अपने संकल्प से डगमगाने लगेंगे ।
निम्न को प्रतिदिन दोहराए-
१. अपनी सफलता के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त हूँ।
३. मौका कभी भी मिल सकता है इसलिए मुझे हमेशा तैयार रहना है।
४. ईश्वर कभी मेरे साथ गलत नहीं देगा ।
५. गलत रास्तो से चलकर सफल नहीं हो सकते
बल्कि सफलता की सम्भावना ही ख़त्म हो सकती है।
६. जब तक जीवन है सफल होने की सम्भावना बनी रहेगी।
मुझे अंतिम सांस तक अपना प्रयास जारी रखना है।
७. सफलता,जीवन में आये कष्टों को एक पल में मिटा देगा,
इसलिए कष्टों की परवाह किये बिना अपना श्रेष्टतम करने का प्रयास करूंगा।
८. जीवन यापन के लिए कोई भी अन्य कार्य करना पड़े किन्तु अपने लक्ष्य को सदैव ध्यान में रखूँगा।
९. मुझे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
No comments:
Post a Comment